लेखनी कविता -24-Jun-2022 परिवार में रिश्ते होते मूल्यवान
रचीयता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-परिवार में रिश्ते होते आभूषण
परिवार से बनता है रिश्ता
रिश्ते में ना होता कोई पराया
रिश्ते में हो नम्रता
वही कहलाता सच्चा रिश्ता
रिश्ते में हो ऐसी डोर
ना हो घर में कोई शोर
जिसमें ना हो कोई क्षोर
घर का भेदी ना बने चोर
रिश्ते में हो विश्वास
छोटे बड़े का हो सम्मान
वही होता है रिश्ते में अभिमान
यही होती है रिश्ते की जान
आज हम उनसे झगड़ते
रह जाते हैं अकेले
उनके लिए ही आज तरसते
इसलिए बनाये रखे अपने रिश्ते
होते हैं रिश्ते में 4 गुण
धन के साथ रखो पवित्रता
दान के साथ रखो भी विनम्रता
विरता के साथ रखो दया भावना
अधिकार के साथ सेवा की दयालुता
यही भाव बनाते रिश्तो में विश्वास
धन का अहंकार ना दिखा मानव
होता है इससे रिश्तो में विकार
क्षमा मांगना अब तो सीख
जिससे रिश्ते बढेगे मीलोमील
रोटी रोजी का हुनर हर इंसान को आता
असली होना उसको आता
जो परिवार के साथ मिलजुल कर खाता
वही असली रिश्ता निभाता
हमारे रिश्ते होते हैं मूल्यवान
रिश्तो में होते 4 रतन आभूषण
माफी, भूल जाना, विश्वास, वैराग्य
यही बनाता रिश्ते का भाग्य
जिससे बनता रिश्ते में मान
परिवार की बढ़ती शान
परिवार पहने खुशियों का ताज
रेशम की डोरी जैसा बनाओ रिश्ता
कोई तोड़े ना टूटे
ऐसे मजबूत बने हमारे रिश्ते
हर रिश्ते हो सच्चै
चहुं दिशा में अपने रिश्ते महके
रिश्ते में छुपे होते हैं फरिश्ते
रिश्तो से ही बनते अपने
Zakirhusain Abbas Chougule
25-Jun-2022 07:23 PM
बहुत खूब
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Swati chourasia
24-Jun-2022 06:11 PM
बहुत खूब 👌👌
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Raziya bano
24-Jun-2022 02:09 PM
Bahut khub
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